📌 बाल गोपाल योजना कैलकुलेटर (कक्षा 1-5)
🔹 इनपुट | 🔹 मान |
---|---|
👨🎓 कुल छात्र: | |
🍛 भोजन विकल्प: | |
🌿 उपलब्ध गेहूं स्टॉक (किग्रा): | |
🍚 उपलब्ध चावल स्टॉक (किग्रा): | |
🥛 उपलब्ध दूध पाउडर (किग्रा): |
📌 बाल गोपाल योजना कैलकुलेटर (कक्षा 6-8)
🔹 इनपुट | 🔹 मान |
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👨🎓 कुल छात्र: | |
🍛 भोजन विकल्प: | |
🌿 उपलब्ध गेहूं स्टॉक (किग्रा): | |
🍚 उपलब्ध चावल स्टॉक (किग्रा): | |
🥛 उपलब्ध दूध पाउडर (किग्रा): |
Disclaimer: These calculators are designed to be informational and educational tools only
Pannadhay Bal Gopal Yojana | PM POSHAN (मिड-डे-मील) full details
Pannadhay Bal Gopal Yojana: योजनान्तर्गत सामग्री की मात्रा :
क्र.सं. | कक्षा स्तर | मिल्क पाउडर (प्रति छात्र) | तैयार दूध (प्रति छात्र) | चीनी की मात्रा |
1 | कक्षा 1 से 5 | 15 ग्राम | 150 ml | 8.4 ग्राम |
2 | कक्षा 6 से 8 | 20 ग्राम | 200 ml | 10.2 ग्राम |
मिड-डे-मील के अंतर्गत प्रति दिन प्रति छात्र आवंटित राशि (MDM Cooking Conversion cost per student) :
दिनांक: 01-12-2024 से नयी दरें इस प्रकार है – Official Order Download
क्र.सं. | कक्षा स्तर | प्रति दिन प्रति छात्र आवंटित राशि |
1 | कक्षा 1 से 5 | Rs. 6.19 प्रति छात्र |
2 | कक्षा 6 से 8 | Rs. 9.29 प्रति छात्र |
मिड-डे-मील ( PM POSHAN ) : खाद्यान ( गेंहू / चावल ) की मात्रा :
क्र.सं. | कक्षा स्तर | पाउडर मिल्क (प्रति छात्र) |
1 | कक्षा 1 से 5 | 100 ग्राम प्रति छात्र |
2 | कक्षा 6 से 8 | 150 ग्राम प्रति छात्र |
भोजन व्यवस्था : योजनान्तर्गत विद्यार्थियों को निर्धारित मेन्यू अनुसार भोजन दिया जाता है।
दैनिक मेन्यू निम्नानुसार है:-
सं. | वार | भोजन का विवरण |
1 | सोमवार | रोटी -दाल, सब्जी |
2 | मंगलवार | चावल एवं दाल,सब्जी |
3 | बुधवार | रोटी – दाल |
4 | गुरूवार | खिचडी (दाल,चावल,सब्जी आदि युक्त) |
5 | शुक्रवार | रोटी – दाल |
6 | शनिवार | रोटी -दाल, सब्जी |
- सप्ताह में किसी भी एक दिन स्थानीय मांग के अनुसार भोजन उपलब्ध कराया जा सकता है। इस भोजन में कम से कम कक्षा 1 से 5 तक के लिए 450 कैलोरी, 12 ग्राम प्रोटीन एवं कक्षा 6 से 8 तक के लिए 700 कैलोरी, 20 ग्राम प्रोटीन होना आवश्यक है।
- सप्ताह में एक दिन (गुरुवार) छात्रों को फल दिया जाना अनिवार्य होगा।
मिड-डे-मील एवं पन्नाधाय बाल गोपाल योजना से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) :
1. मिड-डे-मील योजना क्या है?
उत्तर:
मिड-डे-मील योजना भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य स्कूली बच्चों को पोषणयुक्त गर्म भोजन उपलब्ध कराकर उनके स्वास्थ्य में सुधार करना, नामांकन और उपस्थिति बढ़ाना, तथा ड्रॉपआउट दर कम करना है। इसमें कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को सप्ताह के निर्धारित मेन्यू के अनुसार भोजन दिया जाता है।
मुख्य प्रावधान:
प्राथमिक कक्षाओं (1-5) के लिए 450 कैलोरी और 12 ग्राम प्रोटीन प्रतिदिन।
उच्च प्राथमिक (6-8) के लिए 700 कैलोरी और 20 ग्राम प्रोटीन।
2. पन्नाधाय बाल गोपाल योजना क्या है?
उत्तर:
यह राजस्थान सरकार की एक योजना है, जिसे सितंबर 2024 में “मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना” से नाम बदलकर लॉन्च किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य स्कूली बच्चों को दूध के माध्यम से पोषण प्रदान करना है। यह मिड-डे-मील योजना का ही एक विस्तार है।
3. पन्नाधाय योजना के तहत दूध की मात्रा कितनी है?
उत्तर:
कक्षा 1-5 के छात्रों को 150 मिलीलीटर दूध (15 ग्राम पाउडर से तैयार)।
कक्षा 6-8 के छात्रों को 200 मिलीलीटर दूध (20 ग्राम पाउडर से तैयार)।
4. दूध वितरण किन दिनों में होता है?
उत्तर:
सप्ताह में मंगलवार और शुक्रवार को दूध वितरित किया जाता है। यदि इन दिनों स्कूल बंद हो, तो अगले शैक्षणिक दिन वितरण किया जाता है।
5. योजनाओं का संचालन कौन करता है?
उत्तर:
मिड-डे-मील: स्कूल शिक्षा विभाग और मिड-डे-मील आयुक्तालय।
पन्नाधाय योजना: राजस्थान सहकारी डेयरी फेडरेशन (RCDF) द्वारा पाउडर दूध की आपूर्ति, और विद्यालय प्रबंधन समिति (SMC) द्वारा वितरण।
6. योजनाओं का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर:
मिड-डे-मील: पोषण स्तर में सुधार, स्कूल नामांकन और उपस्थिति बढ़ाना।
पन्नाधाय योजना: बच्चों को कुपोषण से बचाना, शारीरिक-मानसिक विकास को बढ़ावा देना, और ड्रॉपआउट दर कम करना।
7. भोजन और दूध की गुणवत्ता कैसे सुनिश्चित की जाती है?
उत्तर:
मिड-डे-मील: भोजन पकाने से पहले खाद्य सामग्री की सफाई, प्रेशर कुकर का उपयोग, और नियमित निरीक्षण। साथ ही, भोजन परोसने से पहले दो वयस्कों (एक अभिभावक और एक SMC सदस्य) द्वारा चखा जाता है।
पन्नाधाय योजना: दूध पिलाने से पहले एक शिक्षक और अभिभावक द्वारा चखा जाता है। गुणवत्ता RCDF और SMC द्वारा जाँची जाती है।
8. पन्नाधाय योजना का नाम क्यों बदला गया?
उत्तर:
यह नाम बदलाव राजस्थान की वर्तमान सरकार द्वारा पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाओं के नाम परिवर्तन की नीति के तहत किया गया। हालाँकि, योजना के प्रावधानों में कोई बदलाव नहीं किया गया।
9. क्या ये योजनाएं केवल सरकारी स्कूलों तक सीमित हैं?
उत्तर:
हाँ, दोनों योजनाएं राजकीय विद्यालयों, मदरसों, संस्कृत विद्यालयों, और विशेष प्रशिक्षण केंद्रों में कक्षा 1-8 तक के छात्रों के लिए हैं।
10. इन योजनाओं से कितने बच्चों को लाभ मिलता है?
उत्तर:
मिड-डे-मील: राजस्थान में लाखों बच्चे लाभान्वित होते हैं।
पन्नाधाय योजना: लगभग 60-69 लाख बच्चों को लाभ मिलता है।
स्रोत: उपरोक्त जानकारी राजस्थान सरकार, मिड-डे-मील आयुक्तालय, और संबंधित वेबसाइटों से ली गई है। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखें।